श्री कृष्ण को जीवन का लक्ष्य बनाये

हरे कृष्णा

हम अपने जीवन का विश्लेषण करके देखे - आज तक सुख पाने का सतत प्रयास जाने में, अनजाने में हमने किया है, पर क्या हम सुखी हो गए ?
आजीवन सुख के लिए निरंतर प्रयतन करते रहने पर भी, आजीवन सुख की चाह पोषित रख कर भी, आज अनेक वर्षो तक सत्संग - भजन करके भी हम सुखी नहीं हो सके हैं, ऐसा क्यों?
सच्चे ह्रदय से अगर हम पूछेंगे तो हमको यह स्पष्ट दिखेगा कि श्री कृष्ण हमारे लिए लक्ष्य बने ही नहीं| हमारा लक्ष्य सुख पाना है और उसका माध्यम है श्री कृष्ण| हम श्री कृष्ण से सुख की कामना करते है, श्री कृष्ण की कामना नहीं करते|
श्री कृष्ण की प्राप्ति होने पर सुख हमेशा के लिए प्राप्त हो जायेगा|
अभी तक तो सुख प्राप्ति ही हमारा लक्ष्य है, श्री कृष्ण तो अभी हमारे लक्ष्य बने ही नहीं|

हरे कृष्णा